Business ideas: 1.5 रुपे में माल तैयार दिन की कमाई 5000।

By | June 2, 2024

आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारी uslifstyle वेबसाइट पर। आज हम ऐसा धमाकेदार बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं एक ऐसा टॉपिक लेकर आए हैं जैसे आप करना ही चाहेंगे इस समय उसकी जागरूकता बहुत ही ज्यादा है। और मार्केट में डिमांड भी बहुत ज्यादा है। तो आज हम बात करेंगे कैसे शुरू करें सेनेटरी नैपकिन का व्यापार जी हां आपने बिल्कुल ठीक पड़ा है वैसे तो सेनेटरी नैपकिन महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। आज भी बहुत सारी महिलाएं इस बात से वंचित है कि इसके यूज और इसके बेनिफिट्स क्या-क्या है। बहुत कम अमाउंट में बहुत कम पैसे खर्च करके बहुत सारी बीमारियों से बचा जा सकता है। बहुत से लोग इस काम को शुरू करना चाहते हैं लेकिन सही जानकारी के अभाव में कि कैसे किया जाए और कितने अमाउंट से शुरू किया जाए उस से बेखबर है।

सेनेटरी नैपकिन बिजनेस शुरू करने के फायदे:

सेनेटरी नैपकिन बिजनेस शुरू करने के अनेकों फायदे हैं क्योंकि भारत सरकार ने भी महिलाओं को जागरूक करने के लिए एवं उन्हें कम दर पर या मुफ्त में सेनेटरी नैपकिन प्रदान करने के लिए प्रयासरत रही है। महिलाओं के स्वाभिमान और आत्मसम्मान को कोई ठेस ना पहुंचे इसके लिए सरकार एवं समाज इस कोशिश में लगा हुआ है की महिलाएं ऋतु चक्र की स्वच्छता को लेकर जागरूक हो पाय। इसके लिए बॉलीवुड में पैडमैन और फुल्लू जैसी फिल्म में किसी विषय पर आधारित थी इसीलिए सेनेटरी नैपकिन बिजनेस शुरू करने के अनेकों फायदे हैं।

इनमें से कुछ प्रमुख फायदे हैं जैसे की गांव की महिलाएं प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से इस व्यवसाय से रोजगार पाकर अपने आप को और अन्य को आर्थिक रूप से विकसित कर सकती हैं। इस व्यवसाय को शुरू करके उद्यमी ग्रामीण और शहरी महिलाओं के समुदाय में स्वच्छता के स्तर में सुधार हो सकता है। क्योंकि सेनेटरी नैपकिन बनाने के लिए आमतौर पर लकड़ी के गुदे का इस्तेमाल कच्चे माल के तौर पर किया जाता है इसीलिए यह किसी भी प्रकार से पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करता है।

इस तरह के व्यवसाय को कोई भी महिला शुरू कर सकती है। और वह अन्य महिलाओं को भी रोजगार प्रदान कर सकती है। इस व्यापार को शुरू करने या फिर नैपकिन बनाने के लिए किसी विशिष्ट शिक्षा या तकनीकी आवश्यकता नहीं होती है इसलिए उद्यमी ग्रामीण और घरेलू महिलाओं को भी कार्य पर रख सकता है। जिसमें उन्हें रोजगार तो मिल ही जाता है और उद्यमी को सस्ते में कार्य करने वाले कर्मचारी भी मिल जाते हैं। उद्यमी चाहे तो रेजिडेंस डीलर मोड के माध्यम से महिलाओं को अप्रत्यक्ष रोजगार देकर बेनिफिसियली पहुंचा सकता है क्योंकि सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल महिलाओं द्वारा ही किया जाता है इसलिए इस व्यवसाय की ग्राहकों में महिलाएं ही शामिल है।

सेनेटरी नैपकिन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें?

ऋतु चक्र के दौरान स्वच्छता ना होना एक गंभीर समस्या है। इसीलिए इसकी और महिलाओं को जागरूक करने के लिए भारत सरकार और समाज प्रयास कर रहा है चलिए जानते हैं सेनेटरी नैपकिन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें वैसे तो इसमें कोई दो राया नहीं है के सेनेटरी नैपकिन मैन्युफैक्चरर के बिजनेस में आने वाला खर्च और प्रक्रिया उसके शेप या उत्पादन क्षमता पर निर्भर करेगा। यानी कि बड़े पैमाने पर बिजनेस स्थापित करने में ना केवल उद्यमी का खर्चा बढ़ जाएगा बल्कि व्यापार को शुरू करने में थोड़ी मुश्किलें और बढ़ जाएंगी बड़े पैमाने पर शुरू करने पर इसका खर्चा 5000000 से 7000000 तक आ सकता है।

वित्त (finance) की व्यवस्था करें।

चलिए जानते हैं कि आपको फाइनेंस की व्यवस्था कैसे करनी है छोटे पैमाने पर इस व्यवसाय को शुरू करने में तो उसे लगभग 4 से 600000 तक खर्च करने की आवश्यकता हो सकती है। यदि उद्यमी किसी सरकारी योजना के तहत ऋण लेने की सोच रहा है। तो उसके अंतर्गत

  1. स्टैंड अप इंडिया
  2. प्राइम मिनिस्टर एंप्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम
  3. मुद्रा योजना

इत्यादि के तहत ऋण के लिए आवेदन कर सकता है। अलग-अलग योजना में ऋण देने की सीमा अलग-अलग है। इसीलिए उद्यमी अपनी आवश्यकता के अनुसार इनमे से किसी भी योजना का चयन करके उसके तहत बैंक से ऋण के लिए आवेदन कर सकता है।

सही जगह का चुनाव।

चलिए अब जानते हैं जगह की लोकेशन का चुनाव कैसे करना है। अब उद्यमी के लिए अपने व्यापार को शुरू करने के लिए ऐसी जगह का का चयन करने का होना चाहिए। जहां पर वह अपनी फैक्ट्री को आसानी से संचालित कर सके। जैसा कि आपको पता है कि इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए किसी विशेष योग्यता की आपको जरूरत नहीं है।

बाजार में सेनेटरी नैपकिन बनाने के लिए ऑटोमेटिक मशीन उपलब्ध है जिन्हें संचालित करने कि प्रक्रिया को मात्र कुछ घंटों का प्रशिक्षण करके आसानी से समझा जा सकता है। इसलिए उद्यमी घरेलू महिलाओं को भी सस्ते मजदूर में नियुक्त कर सकता है। जहां तक जगह की बात है तो जमीन को 1000 स्क्वायर फीट से 3000 स्क्वायर फीट के बीच जगह की आवश्यकता हो सकती है। यह भी उद्यमी के उत्पादन क्षमता और आधार पर ही निर्भर करता है इसमें उद्यमी को प्रोडक्शन एरिया के अलावा स्टोरेज एरिया क्वालिटी चेकिंग एरिया ऑफिस इत्यादि के स्थापित करने की भी आवश्यकता उसे पढ़ सकती है।

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जरूरी अप्रूवल प्राप्त।

चलिए अब जानते हैं कि इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको जरूरी अप्रूवल यानी मान्यता है कहां से लेनी पड़ेगी भारत में सेनेटरी नैपकिन को तकनीकी कपड़े की श्रेणी में रखा गया है। इसलिए इस तरह का व्यवसाय शुरू करने के लिए फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर से स्वीकृति लेने की आवश्यकता आपको बिल्कुल भी नहीं है। सेनेटरी पैड का उत्पादन वी आई एस(Bureau of standard) मानकों का अनुसरण करते हुए ही होना अनिवार्य है।

यह इसलिए जरूरी है ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि इसका निर्माण स्वच्छ और निर्धारित कच्चा माल का इस्तेमाल करके ही किया जा सके। जब उद्यमी द्वारा सेनेटरी पैड का निर्माण कर लिया जाता है तो इस एल ए बी एल की प्रयोगशाला में प्रशिक्षण के लिए भेज दिया जाता है इन सबके अलावा उद्यमी को अपने व्यवसाय को फैक्ट्री एक्ट के तहत रजिस्टर कराने की आवश्यकता हो सकती है। या फिर नगर निगम इत्यादि से ट्रेड लाइसेंस लेने की आवश्यकता हो सकती है। और बिजनेस के नाम से चालू खाता पैन कार्ड इत्यादि दस्तावेजों को तैयार करने की आवश्यकता आपको पढ़ सकती है उद्यमी को जीएसटी रजिस्ट्रेशन उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता भी इसमें पड़ सकती है।

मशीनरी एवं कच्चा माल खरीदें।

चलिए जानते हैं मशीनरी और कच्चा माल आप कहां से खरीदेंगे और इनका यूज आप कैसे करेंगे आज बाजार में मैनुअल, ऑटोमेटिक मशीनें आसानी से उपलब्ध है इसलिए जहां तक मशीन के चैन का सवाल है इसका चयन उद्यमी को अपनी योजना के मुताबिक और उत्पादन क्षमता को देखते हुए ही करना चाहिए। क्योंकि जिस मशीन के उत्पादन क्षमता अधिक होगी उसकी कीमत भी अधिक होगी

इसीलिए यदि शुरुआती दौर में उद्यमी मैनुअल मशीन के माध्यम से ही सेनेटरी नैपकिन का उत्पादन करें तो यह उसके लिए उचित होगा मशीन सप्लायर की जानकारी उद्यमी को इंडिया मार्ट, ट्रेड इंडिया जैसी वेबसाइट के माध्यम से घर बैठे ही आसानी से ढूंढा जा सकता है। जहां ऑटोमेटिक मशीनों की कीमत 300000 से शुरू होकर 5000000 तक हो सकती है। मैनुअल मशीन 100000 से ढाई लाख रुपए तक आसानी से खरीदा जा सकता है। कुछ प्रमुख मशीन क्योंकि लिस्ट इस प्रकार से है जैसे

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  1. Napkin Pulverizer Machine
  2. Gumming Device
  3. Feeling Embossing Machine
  4. Napkin Press Machine
  5. Packaging Unit
  6. U V Treated Sterilizer

जहां तक कच्चे माल का सवाल है उसे भी उद्यमी मशीन सप्लायर करने वाले से ही खरीद सकता है। लेकिन यदि किसी कारणवश मशीन सप्लायर सेनेटरी नैपकिन बनाने में इस्तेमाल में लाए जाने वाले कच्चे माल को प्रदान करने में असमर्थ है तो इसके लिए भी उद्यमी इंडिया मार्ट या ट्रेड इंडिया जैसी वेबसाइट के माध्यम से सप्लायर को ढूंढ सकता है। सेनेटरी नैपकिन मैं इस्तेमाल में लाए जाने वाले कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार है:

  1. Soft Tissue Paper
  2. Release Paper
  3. Non Woven Fabric Roll
  4. Gel Seat
  5. Soft Wood Pulp Sap Gel Powder
  6. Pe Blue Sheet
  7. Flat Elastic String with Plastic Lock
  8. Hot Melt Gum Material

उत्पादन शुरू करें।

चलिए अब जानते हैं किस का उत्पादन कैसे शुरू करें जब उद्यमी कच्चे माल की व्यवस्था कर लेता है तो उसके बाद सेनेटरी नैपकिन का निर्माण करना बहुत ही अधिक कठिन नहीं रह जाता ऑटोमेटिक मशीन में तो इसके निर्माण की प्रक्रिया और भी सरल हो जाती है और मशीनों को संचालित करने की ट्रेनिंग मशीन सप्लायर द्वारा दी जाती है मैंने वाली मशीन में ऐसा ही होता है लेकिन उसको संचालित करने की प्रक्रिया ऑटोमेटिक मशीन के मुताबिक थोड़ी मुश्किल हो सकती है। इसके अलावा और small business idea के लिए हमारे होम पेज पर विजिट करें।

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